धातु या धात रोग में परहेज करना क्यों है जरुरी? | dhatu rog me parhej in hindi
पुरुष में धातु रोग या धात रोग (Spermatorrhea) होना का सीधा अर्थ होता है की बिना पुरुष की इच्छा के आपका वीर्य गिरना या वीर्य का तब सख्लन होना जब आप नहीं चाहते की आपके साथ ऐसा हो| धातु यानि वीर्य को रोकने के लिए कुछ परहेज रखने होते हैं| धातु गिरने से रोकने के लिए परहेज जब आप रखेंगे तो आपकी धातु गिरने की प्रॉब्लम कम हो जाएगी और धीरे धीरे बंद हो जायेगे| तो चलिए जानते हैं धत रोग में क्या परहेज रखने चाहिए यानी धात रोग होने पर आपको क्या करना चाहिए क्या नहीं|
धात रोग में परहेज | धातु दोष में क्या ना करें और क्या करना चाहिए
सबसे पहले आपको रोजाना कुछ देर एक्सरसाइज करनी चाहिए| ताकि मोटापा कम हो और आपकी लिंग की नसों में कसावट आये| रोजाना अश्विनी मुद्रा का अभ्यास करने से लिंग की नसें मजबूत होती हैं| इसे करने के लिए अपनी गुदा को जितना आदर खींच सकते हैं उतना खीचिये और कुछ सेकंड रोकने के बाद फिर से ये क्रिया 10 बार दोहराइए|
रात को सोने से पहले मोबाइल पर गन्दी मूवीज या ऐसा कुछ मत देखिये जिससे आपको सेक्स का हस्तमैथुन करने की इच्छा हो| इसके अलावा हस्तमैथुन से परहेज करने की कोशिश करिए| रात को जल्दी सोने की कोशिश करिए और सुबह उठकर सूर्य देव को जल देना मत भूलिए|
गर्म चीज़ीं का सेवन जैसे मिर्च मसाले, गर्म प्रकर्ति की चीज़ीं का सेवन के साथ साथ शराब, कॉफ़ी, चाय, फ़ास्ट फ़ूड ऑयली फ़ूड से परहेज करिए|
मैदा, नमक अधिक चीनी ये तीन चीज़ें हैं जिनसे आपको हमेशा परहेज रखना चाहिए|
रात को सोने से पहले ठन्डे पानी से नहाहिये और ढीले कपडे पहनिए जिनसे आपके लिंग में गर्मी ना हो और लिंग को रगड़ लगने से वीर्य पात ना हो सके|
बेर, पाइनएप्पल जैसे फलों का सेवन आपको अधिक करना चाहिए| इसके अलावा ठंडी प्राक्रतिक के फल और सब्जियों का सेवन भी आपको करना चाहिए|
Dhatu rog me parhej in Hindi के बारे में ये थी थोड़ी लेकिन काम की जानकारी जिसका पालन आपको तब जरुर करना चाहिए जब आप धात रोग से पीड़ित हों|
वीर अपने आप निकल रहे कोई दवा बता दीजिए