वीर्य से जुड़े 5 तथ्य | facts about semen and sperm in Hindi
पुरुषों के मन में वीर्य को लेकर कई प्रकार के सवाल उड़ते रहते हैं जैसे विजय में कितने शुक्राणु होते हैं या वीर्य कब बनना शुरू होता है और कब खत्म हो जाता है यानी वीर्य कब बनना बंद हो जाता है| जीवन को आगे बढ़ाने के लिए वीर्य और शुक्राणु बहुत जरूरी होते हैं क्योंकि वीर्य के अंदर शुक्राणु पर जाते हैं जो कि महिला में पाए जाने वाले अंडे को निषेचित करके भ्रूण और भ्रूण से बच्चे का विकास करने के लिए जरूरी होते हैं| गलत जानकारी और दूसरों की नासमझी भरी बातों में आकर अक्सर लोग चिंता में पड़ जाते हैं इसलिए यह जरूरी होता है कि आपको पता होना चाहिए कि वीर्य से जुड़े वह कौन से तथ्य हैं जो अक्सर लोग अज्ञानता के कारण गलत मान लेते हैं| हम आज विर्य और शुक्राणुओं से जुड़े ऐसे ही तथ्यों के बारे में बात करेंगे जो कि आपको पता होने चाहिए और इन तथ्यों को समझ कर आपके दिमाग से वीर्य और शुक्राणुओं से जुड़े प्रश्नों का आपको हल मिल सके|
sperm शुक्राणु कितने दिनों में दोबारा बन जाते हैं
जब पुरुष का सख्लन होता है तो ऐसे में विदेश के साथ शुक्राणु बाहर चले जाते हैं लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि 10 हफ्तों में शुक्राणु यदि पूरी तरह से खत्म भी हो जाए तो दोबारा बन जाते हैं यानी वीर्य के अंदर शुक्राणुओं के निर्माण मैं लगभग ढाई महीने का समय लग जाता है| शुक्राणुओं का निर्माण अंडकोष में होता है उसके बाद शुक्राणु पूरी तरह से मैच्योर यानी परिपक्व होकर एपिडिडीमस मैं चले जाते हैं और इसके बाद फिरे पुटिका में पहुंच जाते हैं और पुरुष के वीर्य के साथ मिल जाते हैं| जब पुरुष का वीर्य निकलता है तो उसमें प्रोस्टेट का स्त्राव भी मिला होता है | कुल मिलाकर भिड़े के अंदर शुक्राणु को बनने में ढाई महीने का समय लग जाता है लेकिन यह कई बातों पर निर्भर करता है कि आपके शरीर के अंदर शुक्राणु कितनी तेजी से बनते हैं जैसे कि आपकी जीवनशैली और खानपान| तो यदि आप की जीवन शैली स्वस्थ है और खानपान अच्छा है तो आपके बारे में स्वस्थ शुक्राणु का निर्माण होता है और वह भी तेजी के साथ |
वीर्य बनना कब खत्म हो जाता है| शुक्राणु का निर्माण कब बंद हो जाता है
यदि आपके मन में ऐसे प्रश्न है कि वीर्य कब खत्म हो जाता है या शुक्राणुओं का निर्माण कब रुक जाता है तो यह बात समझ लीजिए पुरुषों में वीर्य और शुक्राणु का निर्माण होना कभी खत्म नहीं होता| महिलाओं में एक उम्र आने के बाद अंडे बनने की प्रक्रिया रुक जाती है लेकिन पुरुषों में वीर्य और शुक्राणु बनना मरते दम तक चलता रहता है| लेकिन एक बात यह भी होती है कि पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ वीर्य और शुक्राणु का निर्माण कम मात्रा में होने लगता है| यहां भी आपको चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि आजकल कई ऐसी आयुर्वेदिक दवाइयां मौजूद है जो कि बड़ी उम्र के लोगों में भी वीर्य और शुक्राणु के निर्माण को तेजी से करवाने में सक्षम है जैसे कि अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली आदि|
वीर्य शुक्राणु तेजी से बनाने के लिए अच्छी डाइट होनी चाहिए
रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि वीर्य और शुक्राणु को तेजी से बनाने के लिए और उनकी गुणवत्ता अच्छी रखने के लिए यह जरूरी होता है कि आप स्वस्थ डाइट का सेवन करें काफी आपके शरीर को वह सभी पोषक तत्व मिल सके जो कि वीर्य और शुक्राणु के स्वस्थ निर्माण के लिए जरूरी होते हैं| डाइट में अंडे, मीट, गाजर, बादाम, लहसुन, प्याज और अधिक मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सरसों, मेथी, के अलावा फ्रूट्स का भी सेवन करना जरूरी होता है कुल मिलाकर आपकी डाइट जितनी स्वस्थ होगी उतना ही स्वस्थ आपका वीर्य और शुक्राणु होंगे|
वीर्य में 15 से 100 मिलियन प्रति मिलीलीटर होनी चाहिए शुक्राणु की संख्या
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार आपके वीर्य में शुक्राणु की संख्या लगभग 15 से 100 मिलीयन प्रति मिलीलीटर के बीच में होनी चाहिए और यदि आपकी शुक्राणुओं की संख्या 15 मिलियन प्रति मिलीलीटर से कम है तो ऐसे में आपको अल्पशुक्राणु या निल शुक्राणु की समस्या का सामना करना पड़ सकता है|
वीर्य को महीने हफ्ते में कितनी बार निकालना चाहिए
यदि आप चाहते हैं आपके वीर्य और शुक्राणु स्वस्थ रहे तो हफ्ते में एक बार और महीने में 4 बार अपने वीर्य को निकलना जरुरी होता है ऐसा करने से धीरे और शुक्राणु की गुणवत्ता और स्वास्थ्य में सुधार आता है|
तो दोस्तों आज आपने वीर्य और शुक्राणु से जुड़े जरूरी तथ्य जाने | यदि आपके मन में अभी भी कोई प्रशन है तो हमसे आप कभी भी पूछ सकते हैं|