धात रोग क्या है?| What is Dhat rog in Hindi
धात रोग पर लिखने से पहले ही हमारे पास कई emails आ रहे हैं और हमारे users पूछ रहे हैं की हम धात के बारे में लिखें क्योंकि इस वेबसाइट पर आने वाला हर तीसरा विजिटर धात की समस्या से परेशान है| तो दोस्तों, आज हम जानेंगे की धात रोग क्या है और यह रोग आखिर क्यों होता है| धात एक प्रकार का गुप्त रोग है या यौन रोग है जिसमें बिना व्यक्ति की इच्छा से वीर्यपात हो जाता है या लिंग से चिप छिपा पदार्थ निकलता है खास कर मूत्र या मल त्याग करते समय| ऐसा माना जाता है की limit, हद या जरुरत से जयादा हस्तमैथुन करना धात रोग का कारण होता है| जब कोई इंसान जरुरत से बहुत अधिक हस्तमैथुन करता है तब आगे चलकर बिना लिंग के सख्त हुए ही वीर्य निकलने लगता है|
धात रोग क्यों होता है ?
धात रोग तब शुरू होता है अब आपकी parasympathetic तंत्रिका कमजोर हो जाती है| ये तंत्रिकाएं समय पूर्व सख्लन होने से रोकती हैं और आपके लिंग को अधिक समय तक कठोर और सख्त बनाये रखने में मदद करती हैं| इन तंत्रिकाओं के कमजोर होने से वीर्य को रोक पाना मुश्किल होता है और वीर्य अपने आप बहार आने लगता है इसे सरल भाषा में धात का गिरना कहते हैं|
हम आपको मेडिकल भाषा की जटिल क्रिया से कंफ्यूज नहीं करना चाहते इसलिए हम आपको एक आईडिया दे देते हैं की मेडिकल science के अनुसार धात रोग आखिर होता क्यों है| मेडिकल science के अनुसार हद से जयादा hand practice करने से दिमाग के chemicals में बहुत अधिक उतार चडाव होता है जिसके फलसवरूप आपके शरीर की क्रियाओं में बहुत अधिक परिवर्तन आते हैं और इस कारण धात रोग की समस्या आती है|
धात रोग के कारण क्या है?
जैसा की हमने पहले ही आपको बता दिया है किया धात गिरने का कारण है parasympathetic nervous system का कमजोर होना| जो की limit से ज्यादा हस्तमैथुन या दुसरे कारणों जैसे मानसिक तनाव, blood pressure सम्भोग में अरुचि आदि के कारण हो सकता है| जो लोग नशा करते हैं उनमें धात की समस्या अधिक देखने को मिलती है|
धात रोग के नुकसान (side effects)
इन लोगों में धात रोग की समस्या होती है वे अक्सर निम्न लक्षणों की शिकायत करते हैं |
बहुत अधिक शैरिरिक कमजोरी
किसी कार्य में मन न लगना
कमर में दर्द रहना
सर से बालों का झड़ना
लिंग का ढीलापन और नसों की कमजोरी होना
सम्भोग के समय जल्दी से सखलित हो जाना
अंडकोष में दर्द होना
लिंग के ऊपर या आस पास दर्द महसूस होना
पेशाब में जलण होना
इसके अलावा भी बहुत से और लक्षण होते हैं जिनकी शिकायत लोग धात की समस्या के कारण करते हैं|
धात रोग का इलाज क्या है ?| dhat treatment
यादी आपको मेडिकल इलाज करवाना है तो आप किसी अच्छे urologist या गुप्त रोग विशेषज्ञ से मिलकर करवा सकते हैं| धात का सामान्य इलाज है parasympathetic nerves को मजबूत करना और शरीर में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन की मात्रा को बढ़ाना होता है| टेस्टोस्टेरोन का सही स्तर parasympathetic तंत्रिकाओं को बल प्रदान करने में मदद करता है जिसके फलसवरूप धात गिरने की समस्या रुक जाती है|
टेस्टोस्टेरोन होरमोन के स्तर को आप आयुर्वेदिक या हर्बल supplements लेकर बढ़ा सकते हैं| सही भोजन और सही हर्बल सप्लीमेंट लेने से आप सख्लन करने वाले वाल्व को मजबूत बना सकते हैं और ऐसा होने से धात का स्त्राव रुक जाएगा|
वैसे तो आपको अब पता तो चल ही गया होगा की धात रोग होने की सबसे बड़ी जड़ हस्तमैथुन का अधिक होना है| इसलिए आप थोडा सयम रखिये और इस लत पर काबू पाने की कोशिश करें|
भोजन में प्रोटीन अधिक शामिल करिए और शराब आदि नशों को बंद करिए यदि आपको लम्बे समय तक अपनी मर्दाना शक्ति बनाये रखनी है तो|
सूरजमुखी के बीज, मछली, फल और सब्जियों का अधिक सेवन करें और लाल meat, डेरी प्रोडक्ट्स से परहेज करें|
अंडकोष की हर्बल तेल से मालिश करने से धात की समस्या कम होती है|
रोजाना कुछ दिन योग, ध्यान और कसरत का अभ्यास करें ताकि आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्ट्रोंग बन सकें|
धात की समस्या होने पर आयुर्वेदिक वैध अक्सर रोगी को अश्वगंधा, शतावरी, शिलाजीत, सफ़ेद मुसली, केसर आदि जड़ी बूटियाँ लेने की सलाह देते हैं| ये जड़ी बूटियाँ parasympathetic तंत्रिकाओं को मजबूती प्रदान करने में सहायता करती है और आपके सख्लन को रोकने में मदद करती हैं (सख्लन वाल्व को मजबूत करके|
शरीर को ठंडा रखने की कोशिश करें इसके लिए नारियल पानी, छाछ, ठंडाई, पानी का भरपूर सेवन करें| वैसे चंद्रप्रभा वती इस रोग निवारण में काफी मदद करती है और शरीर को ठंडा रखती है| इसके बाद ये याद रखें की उन चीज़ों से परहेज करें जो शरीर में गर्मी पैदा करती हैं|
हमेशा ढीले अंडरवियर पहने ताकि अंडकोष का तापमान कम रहे और धात की समस्या कम हो|
तो दोस्तों, आज आपने जाना की धात रोग क्या है और धात गिरना वास्तव में क्या हैं| अधिक जानकारी और परामर्श के लिए हमें अपने प्रशन कमेंट्स में लिख कर पूछ सकते हैं|
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