वीर्य में निल शुक्राणु होने के कारण, लक्षण, निल शुक्राणु के प्रकार और इलाज क्या है?

निल शुक्राणु क्या होता है ? what is azoospermia in Hindi

जैसा की आप सभी को पता है कि nil का मतलब होता है – कुछ भी ना होना| निल शुक्राणु की समस्या होने पर आपके वीर्य में पर्याप्त मात्रा में शुक्राणु नहीं होते ही आप बिल्कुल भी नहीं होती और जब ऐसा होता है तब आपको संतान प्राप्ति करने में समस्या आती है जिसके कारण अक्सर शादीशुदा जोड़े संतान प्राप्ति से वंचित रह जाते हैं| निल शुक्राणु की समस्या होने के पीछे कई कारण होते हैं और और कारणों के आधार पर nil shukranu की समस्या समस्या 3 मुख्य प्रकार की होती है| तो चलिए जानते हैं nil शुक्राणु होने के कारण , लक्षण, nil shukranu ka ilaj और निल शुक्राणु की जांच के बारे में पूरी जानकारी और क्या होते हैं निल शुक्राणु पाता लगाने के तरीके|

nil shukranu ka ilaj treatment in hindi

Nil shukranu hone ke karan | nil shukranu ke prakar – types or nil shukranu (azoospermia)

कारणों के आधार पर nil शुक्राणु होने की समस्या मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है| nil shukranu होने की समस्या तब आती है जब या तो आपके इंडस्ट्री में शुक्राणुओं का निर्माण ना हो या फिर किसी अवरोध यह समस्या के कारण शुक्राणु आपके शरीर से बाहर ना आप आ रहे हो| निल शुक्राणु होने की समस्या के प्रकार और उनके कारण

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Pretesticular azoospermia

यह समस्या तब आती है जब आपके शरीर में या अंडाशय में शुक्राणुओं का निर्माण नहीं होता| ऐसा तब होता है जब आपके शरीर में शुक्राणु निर्माण करने वाले हार्मोन की कमी हो| इस प्रकार समस्या बहुत कम लोगों में देखी जाती है|

Testicular azoospermia

टेस्टिकुलर azoospermia की समस्या तब आती है जब आप के अंडकोष में नुकसान के कारण शुक्राणु बंद नहीं पाते| आपके अंडाशय में नुकसान होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे

इंफेक्शन का होना

अंडकोष में सूजन की समस्या आ जाना

किसी प्रकार की चोट लग जाना

कैंसर के उपचार के बाद ऐसी समस्या आ सकती है

यह समस्या अनुवांशिक कारणों के कारण भी हो सकती है|

Post-testicular azoospermia

इस प्रकार किस समस्या तब आती है जब आपके टेस्टिकल्स में शुक्राणुओं का निर्माण होता है लेकिन वह आपके शरीर से बाहर नहीं आ पाते ऐसा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे

आपके टेस्टिकल से पेनिस तक मेरे ले जाने वाली नलिका में खराबी या अवरोध होना|

रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन की समस्या होना जिसमें वीर्य आपके लिंग से बाहर निकलने की स्थान पर आपके ब्लैडर में चला जाता है|

ज्यादातर nil shukranu के रोगियों को पोस्ट टेस्टिकुलर अजूस्पर्मिया की शिकायत होती है|

निल शुक्राणु होने के लक्षण क्या होते हैं? | azoospermia symptoms in Hindi

azoospermia या निल शुक्राणु होने के लक्षणों की बात करें तो मुख्य लक्षण होता है कि आप संतान प्राप्ति करने से वंचित रह जाते हैं| इसके अलावा जिन लोगों को निल शुक्राणुओं की समस्या होती है उनको कुछ दूसरे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं जैसे

लिबिडो की कमी यानी सेक्स करने का मन ना करना

तनाव ना आना इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या होना

अंडकोष में सूजन की समस्या आना अंडकोष में किसी प्रकार की गांठ होना

शरीर और चेहरे पर बालों की कमी होना

इसके इलावा भी निल शुक्राणु होने के कई लक्षण हो सकते हैं|

Nil shukranu hone ki pehchan kya hai – निल शुक्राणु का कैसे पाता करे, जांच क्या होती है?

निल शुक्राणु समस्या का पता लगाने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाकर जांच करानी होती है ऐसी जांच में डॉ आपके कई प्रकार के टेस्ट कर सकता है जैसे

आपके वीर्य को माइक्रोस्कोप द्वारा देखता शुक्राणुओं मौजूदगी का पता लगाना|

आपके ब्लड टेस्ट करके हार्मोन के लेवल का पता लगाना

यदि आपके हार्मोन सामान्य होते हैं तो डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करके लिंग और अंडकोष के बीच में किसी प्रकार की रुकावट होने की जांच कर सकता है और यदि आपके निल शुक्राणु होने का कारण किसी प्रकार की रुकावट है तो आपकी सर्जरी ऑपरेशन किया जा सकता है

इसके अलावा के दूसरे प्रकार के टेस्ट भी हो सकते हैं जिससे यह पता चल सके आपकी समस्या के पीछे का कारण अनुवांशिक है या कुछ और|

निल शुक्राणु का इलाज क्या होता है ? azoospermia treatment information in Hindi

जैसे कि हमने पहले बताया की nil shukranu समस्या के 3 प्रकार होते हैं| इसके अलावा दूसरे कई कारण हो सकते हैं जिनके कारण आपको यह समस्या आई हो| कारणों के आधार पर ही डॉक्टर निल शुक्राणु का इलाज करता है जैसे

यदि आपकी निल शुक्राणु की समस्या किसी रुकावट के कारण है तो ऐसे में डॉक्टर आपकी सर्जरी कर सकता है|

यदि हार्मोन की कमी के कारण निल शुक्राणु की समस्या आई है तो ऐसे में डॉक्टर आपको हार्मोन ट्रीटमेंट या दवा दे सकता है|

इसके अलावा आपको डॉक्टर नील शुक्राणु के इलाज के लिए जरूरी दवाइयां देता है|

कुल मिलाकर कारणों के आधार पर ही आपको निल शुक्राणु का इलाज मिलता है और इलाज पाने के लिए आपको डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है|

क्या निल शुक्राणु वाले कभी बच्चा नहीं पा सकते?

आज के जमाने में ऐसी कई तकनीक है जिससे nil shukranu होने पर भी आप बचाया संतान प्राप्ति का सुख पा सकते हैं जैसे कि IVF तकनीक जिसके द्वारा आप संतान प्राप्ति का सुख प्राप्त कर सकते हैं| यह ट्रीटमेंट करवाने के लिए आप तो किसी अच्छे आईवीएफ सेंटर पर जाकर अपनी जांच करवानी होती है| इस तकनीक में थोड़ा बहुत खर्चा आता है लेकिन यह आप तो संतान सुख आसानी से प्राप्त करवा सकती है|

निल शुक्राणु का आयुर्वेदिक या घरेलु इलाज क्या है? – निल शुक्राणु दूर करने के उपाय

दोस्तों, यदि डॉक्टर कहता है कि आपके नील शुक्राणुओं की समस्या खानपान, अच्छी जीवनशैली, और एक्सरसाइज द्वारा ठीक हो सकती है तो आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए और इसके अलावा पोषण युक्त डाइट का सेवन करना चाहिए| निल शुक्राणु की समस्या दूर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां भी काम मिलाई जा सकती है| लेकिन ऐसी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किसी अच्छे वैद्य की सलाह कर बाद ही करना चाहिए| कुछ ऐसे सप्लीमेंट होते हैं जो निल शुक्राणु की समस्या को दूर कर सकते हैं जैसे कलौंजी, Coenzyme Q10, folic acid, horse chestnut, L-carnitine, Panax ginseng और zinc. ऐसे सप्लीमेंट का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बाद ही आपको करना चाहिए| कुल मिलाकर आपको डॉक्टर की सलाह के बाद ही आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां और सप्लीमेंट का इस्तेमाल करना है|

तो दोस्तों, यह था हमारा लेख की निल शुक्राणु के कारण लक्षण और इलाज क्या है? निल शुक्राणु की जांच क्या होती है और आपको क्या करना चाहिए की आप जल्दी बच्चे का सुख भोग सकें| कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो हमसे जरुर पूछिए|

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